डॉ राजेंद्र प्रसाद भारत के राष्ट्रपति कब से कब तक रहे?

भारतीय संविधान के लागू होने से एक दिन पहले 25 जनवरी 1950 को उनकी बहन भगवती देवी का निधन हो गया, लेकिन वे भारतीय गणराज्य के स्थापना की रस्म के बाद ही दाह संस्कार में भाग लेने गये। 12 वर्षों तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने के पश्चात उन्होंने 1962 में अपने अवकाश की घोषणा की।

डॉ राजेंद्र प्रसाद के व्यक्तित्व की क्या विशेषताएं थी?

देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद की जयंती उत्साहपूर्ण वातावरण में मनायी गई। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि राजेंद्र बाबू ईमानदार व सादगी व्यक्तित्व के धनी थे। वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी के साथ ही अच्छे देश के संचालक भी रहे।

Also डॉ राजेंद्र प्रसाद को भारत का प्रथम राष्ट्रपति कब चुना गया?

राजेंद्र बाबू व देश रत्न के नाम से मशहूर डॉ राजेंद्र प्रसाद भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे. 26 जनवरी 1950 को वे देश के पहले राष्ट्रपति चुने गए थे और साल 1957 में जब दूसरी बार राष्ट्रपति के चुनाव हुए, उन्हें तब दोबारा राष्ट्रपति बनाया गया था.

डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का कार्यकाल कितना है? भारत के राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल 26 जनवरी 1950 से 14 मई 1962 तक का रहा। सन् 1962 में अवकाश प्राप्त करने पर उन्हें ‘भारतरत्‍न’ की सर्वश्रेष्ठ उपाधि से सम्मानित भी किया गया था।

राजेंद्र प्रसाद ने कहाँ से वकालत किया था?

राजेंद्र बाबू तब कलकत्ता में वकालत पढ़ रहे थे. यहां एक दिन उन्हें उस दौर के प्रसिद्ध बैरिस्टर श्री परमेश्वर लाल ने बुलाया था.

डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का जीवन परिचय कैसे याद करें? डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 जीरादेई में हुआ, जो सारण का एक गांव है! … राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे! वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे, जिन्होंने भारतीय राष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई उन्होंने भारत के निर्माण में भी अपना योगदान दिया था!

स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे? राजेंद्र प्रसाद, जो कि बिहार से थे, भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने . वे स्वतंत्रता सेनानी भी थे। वे एकमात्र राष्ट्रपति थे जो कि दो बार रष्ट्रपति बने.

भारतवर्ष के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे? 26 जनवरी 1950 को जब देश का संविधान लागू हुआ तब डॉ राजेंद्र प्रसाद ने देश के पहले राष्ट्रपति के तौर पर कार्यभार संभाला.

डॉ राजेंद्र प्रसाद कितनी बार राष्ट्रपति रहे?

2 बार रहे राष्ट्रपति

बिहार में 3 दिसंबर 1884 को जन्मे डॉ राजेंद्र प्रसाद भारत के एकमात्र राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने 2 कार्यकाल के लिए अपनी सेवाएं दी. स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. उनके जीवन पर बुद्ध और गांधी का गहरा असर था. देश आज उनकी 137 वीं जयंती मना रहा है.

डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का नाम कौन नहीं जानता? उनका जन्म एक साधारण परिवार में बिहार के एक गांव में हुआ था। वे बहुत ही परिश्रमी तथा कुशाग्र बुद्धि के थे। भारत की स्वतंत्रता के पश्चात् वह भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने। वे सादा जीवन, उच्च विचार में

राजन प्रसाद की मृत्यु कब हुई थी?

राजनीति से सन्यास लेने के बाद राजेन्द्र प्रसाद ने अपना जीवन पटना के निकट एक आश्रम में बिताया जहां 28 फरवरी, 1963 को उनका निधन हो गया. राजेन्द्र प्रसाद मौलिक रूप से एक सादगी पसंद राष्ट्रपति थे.

डॉ राजेंद्र प्रसाद की मृत्यु कब और कहां हुई? 1963 में राजेंद्र बाबू की मृत्यु पटना में हुई.

डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का जन्म कौन से सन में हुआ था?

26 जनवरी, 1950 को जब भारत को संविधान के रूप में एक गणतंत्र राष्ट्र का दर्जा दिया गया उसी दिन डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के रूप में स्वतंत्र भारत को पहला राष्ट्रपति भी प्राप्त हुआ. राजेन्द्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर, 1884 को बिहार के एक छोटे से गांव जीरादेई में हुआ था.

डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

महादेव सहाय के बेटे डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर, 1884 को जिरादेई, सीवान, बिहार में हुआ था। बड़े संयुक्त परिवार में सबसे कम उम्र के होने के नाते उन्हें बहुत प्यार मिला। वह अपनी मां और बड़े भाई महेंद्र के साथ बहुत लगाव था| जीरादेई की विविध विरोधी आबादी में, लोग परस्पर सद्भाव में एक साथ रहते थे।

तंत्र भारत के राष्ट्रपति कौन थे? Independence Day 2021: आज से 72 साल पहले जब 26 जनवरी, 1950 को भारत एक गणतंत्रीय राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने अस्तित्व में आया, ठीक उसी दिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद ( Dr. Rajendra Prasad ) स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने।

भारत के प्रथम महिला राष्ट्रपति कौन थे? प्रतिभा देवीसिंह पाटिल स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली महिला राष्ट्रपति हैं।

स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति और संविधान सभा के अध्यक्ष कौन थे?

भारत के प्रथम राष्ट्रपति और संविधान सभा के अध्यक्ष भारत रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर शत्-शत् नमन।

विश्व का प्रथम राष्ट्रपति कौन था? जार्ज वाशिङ्गटन 1789 में निर्वाचन मण्डल के सर्वसम्मत मत के पश्चात सबसे पहले राष्ट्रपति बने थे। विलियम हेनरी हैरिसन 1841 में केवल 32 दिन इस पद पर रहे थे, जो किसी भी राष्ट्रपति का सबसे छोटा कार्यकाल है।

भारत की पहली महिला राष्ट्रपति कौन थी?

प्रथम भारतीय महिलाओं की सूची

नाम “प्रथम” उपलब्धि अधिक/अन्य जानकारी
प्रतिभा पाटिल प्रथम महिला राष्ट्रपति व राजस्थान की प्रथम महिला राज्यपाल (२००७-१२)
इंदिरा गाँधी प्रथम महिला प्रधानमंत्री
सरोजिनी नायडू प्रथम महिला राज्यपाल उत्तर-प्रदेश की राज्यपाल (१९४७-४९)
सुचेता कृपलानी प्रथम महिला मुख्यमंत्री उत्तर-प्रदेश की मुख्यमंत्री (१९६३-६७)

डॉ राजेंद्र प्रसाद कौन से कास्ट के थे? राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर को बिहार के सिवान जिले के जिरादेई गांव में एक कायस्थ परिवार में हुआ था।

भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे और कहां के रहने वाले थे?

राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से भी एक थे। पूरे देश में अत्यन्त लोकप्रिय होने के कारण उन्हें राजेन्द्र बाबू या देशरत्न कहकर पुकारा जाता था। बिहार के सीवान जिले के एक छोटे से गांव जीरादेई में 3 दिसम्बर, 1884 में राजेन्द्र प्रसाद का जन्म हुआ था।

डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की मृत्यु कैसे हुई? डॉक्टरों ने कहा कि अब वह नहीं बचेंगे. मगर अगस्त 1961 को भयंकर बीमारी के बाद वे ठीक हो गए. राष्ट्रपति का कार्यकाल पूरा होने के बाद वे पटना आए थे. … पटना के सदाक़त आश्रम में सेवानिवृत्त होने के बाद अपना जीवन गुज़ारा और 28 फरवरी, 1963 को यहीं उनकी मृत्यु भी हुई.

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